जीएसटी आखिर है क्या, जानिये

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जीएसटी आखिर है क्या, जानिये

जीएसटी आखिर है क्या,  ३० जून की आधी रात को GST की लांचिंग होने वाली है। एक जुलाई को पूरे देश में एकीकृत टैक्‍स के रूप में लागू होने जा रहे वस्‍तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के अनुसार ३० जून की आधी रात को संसद में खास कार्यक्रम का आयोजन होगा। वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) पर संविधान संशोधन बिल को कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद शुक्रवार को लोक सभा में भी पेश कर दिया गया है।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पीएम मोदी ठीक रात के १२ बजे APP के जरिये जी APP एसटी लांच करेंगे। ३० तारीख की रात ११ बजे से १२:१० बजे तक ये कार्यक्रम चलेगा। जीएसटी को इस दशक का सबसे अहम आर्थिक सुधार माना जा रहा है। जीएसटी लागू होने के बाद वस्तुओं और सेवाओं पर अलग-अलग लगने वाले सभी कर एक ही कर में समाहित हो जाएंगे। इससे पूरे देश में वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें लगभग एक हो जाएंगी। मैन्युफैक्चरिंग लागत घटेगी, जिससे उपभोक्ताओं के लिए सामान सस्ता होगा। अप्रत्यक्ष कर की इस नई व्यवस्था से अर्थव्यवस्था को ६० लाख करोड़ रुपये का फायदा होगा।

जीएसटी एक वैट है, जो वस्तुओं और सेवाओं दोनों पर लगाया जाएगा। इस समय में वैट केवल वस्तुओं पर लागू होता है। ये जीएसटी दो स्तरों पर लगाया जाएगा। एक केंद्रीय जीएसटी होगा, जबकि दूसरा राज्य का। इससे पूरा देश एकीकृत बाजार में कन्वर्ट हो जाएगा और ज्यादातर अप्रत्यक्ष कर जीएसटी में सम्मिलित हो जाएंगे। केंद्र के स्तर पर यह केंद्रीय उत्पाद शुल्क, सेवा कर और अतिरिक्त सीमा शुल्क और राज्य स्तर पर वैट, मनोरंजन, विलासिता, लॉटरी टैक्स और बिजली शुल्क को सम्मिलित कर लेगा।

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GST launching on 30 june midnight

केंद्रीय बिक्री कर (सीएसटी) खत्म हो जाएगा। प्रवेश शुल्क और चुंगी भी खत्म हो जाएगी। अलग-अलग टैक्स की बजाय एक टैक्स लगने की वजह से चीजों के दाम घटेंगे और आम उपभोक्ताओं को फायदा होगा। सरकार की टैक्स वसूली की लागत भी घट जाएगी। जीएसटी दर का खुलासा नहीं हुआ है। ज्यादातर देशों में यह १४ से १६ प्रतिशत तक है। राज्यों को अपने राजस्व और स्वायत्तता के नुकसान का डर था। सबसे बड़ा विरोध पेट्रोलियम उत्पादों पर लगाए जाने वाले टैक्स को लेकर था।

राज्यों का ५० प्रतिशत राजस्व इसी से आता है। राज्य केंद्रीय बिक्री कर (सीएसटी) खत्म हो जाने की वजह से होने वाली राजस्व हानि को लेकर भी चिंतित थे। सीएसटी अंतर राज्य कारोबार पर लगने वाला टैक्स है।

निर्यात करने वाले राज्य की ओर से लगाए जाने वाले इस टैक्स को २००७ में ४ प्रतिशत से घटा कर २ प्रतिशत कर दिया गया था। केंद्र ने राज्यों को २०१० तक इसकी भरपाई का वादा किया था। लेकिन २०१० के बाद केंद्र ने इसे बंद कर दिया था। विरोध की यह बड़ी वजह थी। चूंकि राज्यों के राजस्व का ५० प्रतिशत पेट्रो उत्पादों पर लगने वाले टैक्स से आता है लिहाजा उन्हें राहत देने के लिए इसे जीएसटी में शामिल करने के बावजूद केंद्र इस पर ३ साल तक टैक्स नहीं वसूलेगा।

राज्य ३ साल तक इस पर टैक्स वसूल सकते हैं। केंद्र ने सीएसटी का भुगतान बंद होने पर राज्यों को होने वाले घाटे की भरपाई के लिए इस वित्त वर्ष में ११ हजार करोड़ रुपये देने का वादा किया है। केंद्र डेढ़ करोड़ रुपये का कारोबार करने वाले कारोबारियों से टैक्स वसूलेगा। अल्कोहल और तंबाकू पर टैक्स उगाही राज्य ही करेंगे।

जीएसटी १ अप्रैल, २०१६ से लागू होगा। संशोधनों को कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद लोकसभा और राज्यसभा दोनों जगह इन्हें पारित कराना होगा। इसके बाद इसे राज्यों की विधानसभाओं का समर्थन लेना होगा। फिर वास्तविक जीएसटी बिल पर संसद के दोनों सदनों में बहस होगी। राज्यों को भी अपनी विधानसभाओं में जीएसटी बिल पारित कराना होगा। इस लंबी प्रक्रिया के बाद ही जीएसटी लागू होगा।

इससे पहले जीएसटी को लेकर विवाद सुलझाने के लिए वित्त मंत्री जेटली ने अपनी ओर से पहल कर राज्यों को क्षति पूर्ति का वादा किया था। सीएसटी के मद में राज्यों का ३४ हजार करोड़ रुपये का बकाया था। इसी वजह से राज्‍य सरकारें नाराज थीं और इस अहम सुधार में अड़चनें डाल रही थीं। मंच पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, पीएम नरेंद्र मोदी, दो पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह और देवगौड़ा के अलावा वित्त मंत्री अरुण जेटली बैठेंगे. अरुण जेटली सबका स्वागत करेंगे फिर पीएम मोदी और उसके बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का भाषण होगा. जीएसटी पर दो डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई जाएगी।

इसके अलावा बीजेपी शासित राज्यों के तीन सीएम और दो सहयोगी दलों के सीएम के भाषण भी प्रस्तावित हैं। भाषण देने वालों में आंध्र प्रदेश के मुख्‍यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और तमिलनाडु के मुख्‍यमंत्री पलनीसामी भी हो सकते हैं। इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के भाषण भी संभावित हैं। इस विशेष आयोजन के लिए सेंट्रल हॉल को तैयार किया जा रहा है। वहां बड़ी टीवी स्क्रीन लगाई जा रही हैं। करीब १५०० लोगों के विशेष कार्यक्रम में हिस्सा लेने की संभावना है।

5 thoughts on “जीएसटी आखिर है क्या, जानिये”

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