स्त्रियों पर लिखी एक सुन्दर कविता – स्त्रियाँ कागजों जैसी…
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कविता स्त्रियाँ कागजों जैसी होती है! मोडो.. मुड़ जाती हैं! जला दो.. जल जाती है! गला दो.. गल जाती हैं! फाड़ दो.. फट जाती हैं! आमतौर पर रद्दी सी या पुराने अखबारों की तरह इस्तेमाल […]
कविता स्त्रियाँ कागजों जैसी होती है! मोडो.. मुड़ जाती हैं! जला दो.. जल जाती है! गला दो.. गल जाती हैं! फाड़ दो.. फट जाती हैं! आमतौर पर रद्दी सी या पुराने अखबारों की तरह इस्तेमाल […]